इंडियन शेयर मार्किट के इतिहास में पहली बार किसी स्टॉक ने एक लाख रुपये के आंकड़े को छुआ हैं। आज रिटेल मार्किट में MRF के शेयर ने आज इतिहास रच दिया है. ये देश का पहला स्टॉक है, जिसने एक लाख रुपये के आंकड़े को छुआ है. इससे पहले इस स्टॉक ने फ्यूचर मार्किट में 8 मई को 100000 के आंकड़े को छुआ था।
टायर बनाने वाली कंपनी मद्रास रबर फैक्ट्री (MRF) के शेयरों ने इतिहास रच दिया है. MRF का शेयर आज शेयर बाजार में कारोबार के दौरान एक लाख रुपये के आंकड़े को पार कर गया. यानी अगर अब कोई भी MRF का शेयर खरीदता है, तो उसे प्रति शेयर एक लाख रुपये देने होंगे. MRF भारत का पहला स्टॉक है, जिसने एक लाख रुपये के आंकड़े को छुआ है. MRF के शेयर ने आज मार्किट के 52 वीक के नए हाई लेवल को छुआ हैं और 100,439.95 रुपए के स्तर पर पहुँच गया।
टॉय बैलून बनाए वाली कंपनी से की थी शुरुआत
MRF कंपनी का पूरा नाम मद्रास रबर फैक्ट्री है. इसकी शुरुआत 1946 में टॉय बैलून बनाने से हुई थी. 1960 के बाद से इन्होंने टायर बनाने का काम शुरू किया और आज यह कम्पनी भारत की सबसे बड़ी टायर निर्माता हैं। भारत में टायर इंडस्ट्रीज का कारोबार करीबन 61000 करोड़ का हैं। जिसमे JK Tyre, CEAT सबसे बड़े कंपटीटर हैं। यह कंपनी लगभग 75 देशों में एक्सपोर्ट करती हैं और भारत में इसके 2500 से अधिक डिस्ट्रीब्यूटर्स हैं।
हजार रुपये से लाख रुपये तक का सफर
MRF का शेयर साल 2000 में स्टॉक का भाव 1000 रुपये प्रति शेयर था. वहीं, 2012 में ये 10,000 रुपये के स्तर पर पहुंचा. इसके बाद साल 2014 में इस स्टॉक ने 25,000 रुपये का आंकड़ा छुआ. फिर 2016 में 50,000 रुपये पर पहुंचा. साल 2018 में 75,000 पहुंचा था और अब एक लाख रुपये के आंकड़े को छुआ हैं। 27 अप्रैल 1993 को MRF के एक शेयर की कीमत 11 रुपये थी.
क्यों MRF का स्टॉक इतना महंगा हैं ?
यह सवाल सबके मन में हैं की आखिर MRF का स्टॉक इतना महंगा क्यों है, इसके पीछे की वजह भी जान लीजिए. दरअसल, इसके पीछे की मुख्य कारण है कंपनी का शेयरों को स्प्लिट (Stock Split) ना करना. एंजल वन के मुताबिक 1975 के बाद से ही MRF ने अभी तक अपने शेयरों को कभी स्प्लिट नहीं किया. इसके पहले साल 1970 में 1:2 और 1975 में 3:10 के अनुपात में MRF ने बोनस शेयर इशू किए थे.
100 गुना बढ़ा चूका हैं शेयर
आज मंगलवार की सुबह MRF का शेयर 99,150.20 रुपये पर ओपन हुआ और 100,439 रुपये के इंट्राडे हाई तक पहुंचा. पिछले 20 साल में ये स्टॉक 100 गुना बढ़ा है. पिछले 3 महीने में इस स्टॉक ने 20 फीसदी की छलांग लगाई है. वहीं, पिछले एक साल में 50 फीसदी से अधिक उछला है.
कंपनी का शानदार प्रदर्शन
चौथी तिमाही में MRF कंपनी ने शानदार नतीजे पेश किए हैं. FY23 की मार्च तिमाही में MRF का स्टैंडअलोन प्रॉफिट 162 फीसदी बढ़कर 410.66 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. इस दौरान कंपनी का ऑपरेटिंग परफॉर्मेंस मजबूत हुआ है. वहीं कंपनी का ऑपरेशन से होने वाला स्टैंडअलोन रेवेन्यू सालाना आधार पर 10 फीसदी बढ़कर 5,725.4 करोड़ रुपये हो गया है. कंपनी ने 169 रुपये प्रति शेयर डिविडेंड का ऐलान किया है.