New Parliament Building |
मंगलवार 19 सितंबर को गणेश चतुर्थी के दिन नए संसद भवन में कामकाज शुरू किया गया। नया संसद जितना विशाल और सूंदर बना हैं उतना ही आधुनिक तकनीक का भी समावेश किया गया हैं।
इस नए संसद भवन को बनाने में तीन वर्ष से भी कम समय लगा और इसको बनाने में 1200 करोड़ रुपये के करीब खर्च आया हैं। नया संसद भवन को पुराने भवन के बिलकुल पास ही बनाया गया हैं।
Old & New Parliament Buildings |
नये संसद भवन की आवश्यकता
यह सवाल हर बार पूछा जा रहा था की आखिर नए संसद भवन की क्या आवश्यकता हैं। तो हम यहाँ कुछ तथ्य जानेगे जिससे देश को एक नए संसद भवन की जरुरत क्यों थी।
आज का पुराना संसद भवन करीब 100 वर्ष पुराना हैं , इसका निर्माण करीब 1921 में शुरू किया गया था। इस संसद भवन अग्रेजो के द्वारा अपने काम काज को करने हेतु बनाया गया था ना की आज़ाद भारत की संसदीय गतिविधियों को करने के लिए।
1. सांसदों के बैठने की पूर्ण व्यवस्था का अभाव
2. कर्मचारियों के लिए अपर्याप्त कार्यस्थल
3. पुराना बुनियादी ढाँचा
4. आधुनिक तकनीक का अभाव
5. सुरक्षा के द्रष्टिकोण से भी अनुकल न होना
नए संसद में 1280 सांसदों के बैठने की व्यवस्था है। राज्य सभा में 384 और लोकसभा में 888 सांसदों के बैठने की व्यवस्था की गई हैं और साथ ही इसे भविष्य की परिकल्पना करके ही निर्माण करवाया गया हैं और इसे देखने में दोनों भी काफी भव्य हैं।
Loksabha Bhawan |
लोकसभा को तीन गुना बड़ा बनाया गया हैं और यह भारत के राष्ट्रीय पक्षी मोर की थीम पर आधारित हैं। वही राज्य सभा की थीम भारत के राष्ट्रिय फूल कमल पर आधारित हैं।
Rajyasabha Bhawan |
इस नए संसद भवन में 6 प्रवेश द्वार बनाये गए हैं। इनमें से तीन जिनके नाम अश्व, गज और गरुड़ गेट हैं, इनका उपयोग उपराष्ट्रपति, स्पीकर और प्रधानमंत्री करेंगे। बाकी के तीन गेट जिनके नाम मकर गेट, शार्दूल गेट और हंस गेट का इस्तेमाल सांसदों और पब्लिक के लिए किया जाएगा।
नए संसद में अधिकारियों और कर्मचारियों के कार्य करने के ऑफिस को भी अत्याधुनिक और हाइटेक सुविधाओं से लैस हैं। इनके दफ्तरों में कैफे, डाइनिंग एरिया, कमेटी मीटिंग की सुविधा के साथ ही हाईटेक उपकरण लगाए गए हैं .
Parliament Sitting Arrangement |
इसके अलावा महिलाओं के लिए अलग से लाउंज बनाये गए हैं। और कई कॉमन रूम्स और VIP लाउंज की भी व्यवस्था की गई है। और इस इमारत की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इसे भूकंप रोधी है बनाया गया हैं जिसका अर्थ यह हैं की अगर भूकंप भी आ जाए तो इस इमारत को कोई नुकसान नहीं होगा।
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